Sunday, September 14, 2008

तेरी याद


जाने क्यों कोई शाम मुझे तुम्हारी याद दिलाती है
मै जानता हूँ कि तुम अब इस दुनिया मै नही हो
पर तुम्हारी खुशबू मुझे तुम्हारे होने का अहसास कराती है
तुम कहती थी दोस्त जिंदगी खूबसूरत है
बस नजर को बदल दो
मैने तुम्हारी हर बात को माना
पर आज भी तुम्हारी खूबसूरत जिंदगी से मुझे कुछ नही मिला
मुझे याद है तुमने यह भी कहा था कि मेरे जाने के बाद भी तुम्हे कोई असीम प्यार करने वाला मिलेगा
पर दूसरो का प्यार पाने कि चाहत मै अपना ही प्यार खो बैठा हूँ
अब तुम इसी शाम कि चाँदनी मे ढूँढने पर भी नही मिलती हो।

चाँद मेरा दिल चाँदनी हो तुम...


उदयपुर के सुखाडिया सर्कल पर निकला चोहदवी का चाँद।