इन्सान जब जनम लेता हे तब उसका वजनढाई किलो होता हेओ़र मरने के बाद अग्नि संस्कार के बाद उसकी राख का वजन भीढाई किलो होता हे जिन्दगी का पहला कपडा जिसका नाम हे ,ज़बला,जिसमे जेब नहीं होती हे जिन्दगी का आखरी कपडा कफन ,जिसमे भी जेब नहीं होती हे तो बिचके समय में जेब के लिए इतनी जंजाल क्यू ?इतने छल और कपट क्यू ?खून की बोतल लेने के पहले ब्लड ग्रुप चेक करते हे ,पेसे लेते वक़्त जरा चेक करोगे की ,पेसा कोनसे ग्रुप का हे ?न्याय का हे ? हाय का हे ? या हराम का हे ?और गलत ग्रुप का पैसा घरमें आ जाने से हीआज घर में अशांति ,लडाई और जगडा हे हराम और हाई का पैसादवाखाने , क्लब ,कोठा और बार मेंख़तम हो जायेगाऔर आपको भी ख़तम कर देगाबैंक बेलेन्स तो बढेगा ,पर परिवार का बेलेन्स काम होगातो समजना की पैसा हमें सूट नहीं हो रहा हे
विकल्प
11 years ago
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